गीत (चाची की होली)
होली में मारे कुलाची।
कमाल कर दीनो रे चाची।।
सब सखियन के संग में आयी।
रंग लगाए और देत है गारी।
दे दे ठुमका नाची।।
कमाल कर दीनो रे चाची...
होली का हुडदंग भयो है।
चाचा हमरे भंग पियो है।
चाची ने पी लई काची।।
कमाल कर दीनो रे चाची....
चाचा बोले मार पिचकारी।
झट सै वा नै सिर मैं मारी।
गुल्लड़ ह्वै गयो साँची।।
कमाल कर दीनो रे चाची...
जगवीर शर्मा
कवि एवं मंच संचालक
मोदीनगर
मोबा.8307746794
9354498927
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