आजादी का अमृतोत्सव
आजादी के मतवाले
खूब लडे अंग्रेजो से।
कष्ट सहे अनेको।
खेली होली खून से।
देश की खातिर मर मिटे।
कर्णधारो देश तुम्हारे हवाले।
अब हम स्वर्ग चले।
रग रग मे अमृत आजादी का बह रहा।
एक बून्द स्वाभिमान की।
देशवासियो को पिला देना।
75 वीं वर्षगांठ आजादी की अब परवान चढी।
हम सब मिल मनाए
अमृतोत्सव ।
खुशी से हम झूम उठे।
आत्म निर्भर हो भारत।
मोदी जी का स्वप्न साकार करो।
अहिन्सा,देशभक्ति,
स्वालम्बी की मचान
पर भारत को चढा देना।
मिटे,गरीबी,बेरोज़गारी
भुखमरी
सब बने शिक्षित
रोटी कपडा मकान
सबको दिला देना।
वसुदैव कुटुंबकम् का
पाठ पढा देना।
मोदी जी का का उद्घोष रहे बुलन्द।
अन्दर बाहर सीमा
रहे चाक चौबन्द।
,सुरक्षित रहे देश हमारा।
परमाणु से लैस सैन्य बल।
निर्भीक साहसी सेना
दल।
करे मोदी नारा बुलंद।
सबका हाथ सबका विकास।
पढे गीता,कुरान साथ साथ।
मजबूत अर्थ व्यवस्था
सुधरे औद्योगिक अवस्था।
अति तीव्र संचार प्रणाली।
करे देश की रखवाली।
मोदी राज मे भविष्य
भारत का उज्ज्वल।
विदेश नीति अति
धवल।
मिटे गरीबी,बेरोज़गारी
मिले उत्तम शिक्षा।
सबको मिले रोटी,कपड़ा,मकान।
लो शपथ इस महोत्सव।
नापाक चीन पाक ने
कब्जाई अवैध रूप से जमीन।
बहे खून कितना भी
एक एक इन्च जमीन बापस
लाना होगा।
तब तक चैन से ना सोना होगा।
आतंकवादयो जेहादियो गद्दारो से लडना होगा।
गर करे नारा बुलंद
गाजवे_ए_हिन्द का।
मौत के घाट सुलाना होगा।
छीन लो पीओके नापाक
पाक से।
तिरंगा वहाँ फहराना होगा।
अखंड भारत का स्वप्न
सरदार पटेल का साकार
करना होगा।
जय हिन्द जय भारत।
अशोक जौहरी
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